श्री गिरनार पूजा || Shri Girnar Pooja

Samuchchay Puja

दोहा बंदौं नेमि जिनेश पद, नेमि-धर्म-दातार । नेम धुरंधर परम गुरु, भविजन सुख कर्तार ||१|| जिनवाणीको प्रणम कर, गुरु गणधर उर धार । सिद्धक्षेत्र पूजा रचौं, सब जीवन हितकार ॥२॥ उर्जयंतगिरि नाम तस, कह्यो जगत विख्यात । गिरिनारी तासें कहत, देखत मन हर्षात ||३|| द्रुतविलंबित तथा सुन्दरी छन्द गिरि सु उन्नत सुभगाकार है, पंचकूट उत्तंग … Read more