श्री विमलनाथ चालीसा – Shri Vimalnath Chalisa

vimalnath bhagwan

श्री विमलनाथ चालीसा सिद्ध अनन्तानन्त नमन कर, सरस्वती को मन में ध्याय ।। विमलप्रभु क्री विमल भक्ति कर, चरण कमल में शीश नवाय ।। जय श्री विमलनाथ विमलेश, आठों कर्म किए नि:शेष ।। कृतवर्मा के राजदुलारे, रानी जयश्यामा के प्यारे ।। मंगलीक शुभ सपने सारे, जगजननी ने देखे न्यारे ।। शुक्ल चतुर्थी माघ मास की, … Read more