श्री सम्मेद शिखर चालीसा Shri Sammed Shikhar Chalisa

shri sammed shikhar ji

शाश्वत तीर्थराज का, है यह शिखर विशाल। भक्ति भाव से मैं रचूँ, चालीसा नत भाल। जिन परमेष्ठी सिद्ध का, मन मैं करके ध्यान। करुँ शिखर सम्मेद का, श्रद्धा से गुण-गान।  कथा शिखर जी की सदा, सुख संतोष प्रदाय। नित्य नियम इस पाठ से, कर्म बंध कट जाये।  आये तेरे द्वार पर, लेकर मन में आस। शरणागत को शरण दो, … Read more