व्हाला आदिनाथ मे तो पकडयो तारो हाथ (Jain Bhajan)
Bhagwan Adinath Jain Bhajan व्हाला आदिनाथ में तो पकड्यो तारो हाथ, मने देजो सदा साथ.. हो.. व्हाला आदिनाथ हो आव्यो तुम पास.. लइ मुक्तिनी एक आश, मने करशो ना निराश.. हो.. व्हाला आदिनाथ हो… (१) तारा दर्शनथी मारा नयनो ठरे छे.. नयनो ठरे छे, रोमे रोमे आ मारा पुलकित बने छे.. पुलकित बने छे, भवोभवनो … Read more