भक्ति बेकरार है आनंद अपार है – Jain Aarti

Parasnath Bhagwan

भक्ति बेकरार है आनंद अपार है, आजा प्रभु पारस तेरा, जय जय जय जय कार है !मंगल आरती लेकर स्वामी, आया तेरे द्वार जी,दर्शन देना पार्श्वप्रभु जी, होवे आतम ज्ञान जी, भक्ति बेकरार है….चंदा देखे, सूरज देखे और देखे तारागन जी,तुम सम ज्ञान ज्योति ना देखे, हे पारस परमेश जी..भक्ति बेकरार है….देव सभी दुनिया में … Read more