श्री पुष्पदन्त जिन पूजा 2022 || New Shri Pushpdant Jin Pooja
लय- लावनी- नर होनहार होतव्य न तिल भर टरती…… जिन पुष्पदन्त भगवन्त, अन्त किया भव का। हे सुविधिनाथ अब अन्त करो, मम भव का॥ हम पाप नाशने, तेरे दर पर आये। शाश्वत सुख दीजे, द्रव्य सजा कर लाये॥ ओं ह्रीं तीर्थंकरपुष्पदंतजिनेन्द्र! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननम् ! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठः ठः स्थापनम्। अत्र मम … Read more