श्री श्रेयान्सनाथ चालीसा – Shri Shreyansnath Chalisa

Shrayanshnath bhagwan

श्री श्रेयान्सनाथ चालीसा निज मन में करके स्थापित, पंच परम परमेष्ठि को । लिखूँ श्रेयान्सनाथ – चालीसा, मन में बहुत ही हर्षित हो ।। जय श्रेयान्सनाथ श्रुतज्ञायक हो, जय उत्तम आश्रय दायक हो ।। माँ वेणु पिता विष्णु प्यारे, तुम सिहंपुरी में अवतारे ।। जय ज्येष्ठ कृष्ण षष्ठी प्यारी, शुभ रत्नवृष्टि होती भारी ।। जय … Read more