रोम-रोम पुलकित हो जाय, जब जिनवर के दर्शन पाय…Jain Mandir

श्री पुष्पदन्त चालीसा pushpdant chalisa

रोम-रोम पुलकित हो जाय, जब जिनवर के दर्शन पाय। ज्ञानानन्द कलियाँ खिल जाँय, जब जिनवर के दर्शन पाय। जिनमन्दिर में श्री जिनराज, तनमन्दिर में चेतनराज। तन-चेतन को भिन्न-पिछान, जीवन सफल हुआ है आज ॥ वीतराग सर्वज्ञ देव प्रभु, आये हम तेरे दरबार। तेरे दर्शन से निज दर्शन, पाकर होवें भव से पार। मोह-महातम तुरत विलाय, … Read more