मोक्ष के प्रेमी हमने, कर्मों से लड़ते देखें…Jain Bhajan
Jain Bhajan मोक्ष के प्रेमी हमने, कर्मों से लड़ते देखें । मखमल पर सोनेवाले, भूमि पर चलते देखें ॥ सरसोंका भी एक दाना, जिनके तन पर चुबता था । काया की सुध छोड़ी, गीदड़ तन खाते देखें ॥(1)मोक्ष… ऐसे श्री पारस स्वामी, तदभव थे मोक्षगामी । कर्मों ने नाहीं बख्शा, पत्थर तक गिरते देखें ॥(2)मोक्ष… … Read more