करहूं आरती आज जिनेश्वर तुम्हरे द्वारे;
कर दो भव से पार लगा दो नैया किनारे,
ऋषभ अजित सम्भव जिन स्वामी;
अभिनन्दन भगवान लगा दो नैया किनारे,
सुमति पद्म सुपार्श्व जिन स्वामी;
चन्दाप्रभु भगवान, लगा दो नैया किनारे,
पुष्प श्रेय शीतल जिन स्वामी;
वासुपूज्य भगवान, लगा दो नैया किनारे,
विमल अनन्त धर्म जिन स्वामी;
शान्तिनाथ भगवान, लगा दो नैया किनारे,
कुन्धु अरह मल्लि जिन स्वामी;
मुनिसुव्रत भगवान, लगा दो नैया किनारे,
नमि नेमि पारस जिन स्वामी;
वर्धमान भगवान, लगा दो नेया किनारे,
करहुं आरती आज जिनेश्वर तुम्हरे द्वारे;
कर दो भव से पार, लगा दो नैया किनारे,
*****
- ये भी पढे – Aarti Panchaparmeshthi Ki
- ये भी पढे – Bhaktamar Stotra Hindi
- ये भी पढे – Jain Aarti, Jain Bhajan
- ये भी पढे – श्रीमन्मानतुङ्गाचार्य Bhaktamar Stotra
Note
Jinvani.in मे दिए गए सभी स्तोत्र, पुजाये, आरती आदि, चौबीसों भगवान की आरती जिनवाणी संग्रह संस्करण 2022 के द्वारा लिखी गई है, यदि आप किसी प्रकार की त्रुटि या सुझाव देना चाहते है तो हमे Comment कर बता सकते है या फिर Swarn1508@gmail.com पर eMail के जरिए भी बता सकते है।