आरती श्री आचार्य विद्यासागर जी- Aarti Shree Vidyasagar Maharaj Ji

Acharya shri Vidhyasagar ji maharaj

Aarti Shree Vidyasagar Maharaj Ji Ki विद्यासागर की, गुणआगर की, शुभ मंगल दीप सजाय के। आज उतारूँ आरतिया…..॥1॥ मल्लप्पा श्री, श्रीमती के गर्भ विषैं गुरु आये। ग्राम सदलगा जन्म लिया है, सबजन मंगल गाये॥ गुरु जी सब जन मंगल गाये, न रागी की, द्वेषी की, शुभ मंगल दीप सजाय के। आज उतारूँ आरतिया…..॥2॥ गुरुवर पाँच … Read more

भक्ति बेकरार है आनंद अपार है – Jain Aarti

Parasnath Bhagwan

भक्ति बेकरार है आनंद अपार है, आजा प्रभु पारस तेरा, जय जय जय जय कार है !मंगल आरती लेकर स्वामी, आया तेरे द्वार जी,दर्शन देना पार्श्वप्रभु जी, होवे आतम ज्ञान जी, भक्ति बेकरार है….चंदा देखे, सूरज देखे और देखे तारागन जी,तुम सम ज्ञान ज्योति ना देखे, हे पारस परमेश जी..भक्ति बेकरार है….देव सभी दुनिया में … Read more

श्री पारसनाथ जी की आरती || Parasnath Bhagwan Aarti

Parasnath Bhagwan

चिंतामणि पारसनाथ भगवान की आरती  ओं जय पारस देवा स्वामी जय पारस देवा ! सुर नर मुनिजन तुम चरणन की करते नित सेवा| पौष वदी ग्यारस काशी में आनंद अतिभारी, अश्वसेन वामा माता उर लीनों अवतारी| ओं जय.. श्यामवरण नवहस्त काय पग उरग लखन सोहैं, सुरकृत अति अनुपम पा भूषण सबका मन मोहैं| ओं जय.. … Read more

Shri Shantinath Bhagwan ki Aarti – श्री शांतिनाथ भगवान की आरती

Siddhapuja hirachand

शान्ति अपरम्पार है- आनन्द अपार है। शान्तिनाथ भगवान की आरती बारम्बार है।। शान्ति अप० पहली आरती पहले पद की, तीर्थंकर पद धारी की।। तीर्थंकर० वीतराग सर्वज्ञ हितंकर, छियालीस गुण धारी की।। छियालीस० शान्ति अपरम्पार है आनन्द अपार है। दूजी आरती दूजे पद की, चक्रवर्ती पद धारी की।। चक्रवर्ती ० चौदह रत्न नवो निधि छोड़े, चौरासी … Read more

आरती श्री शांतिनाथ भगवान की – Aarti Shree Shantinath Bhagwan

siddha puja bhasha

|| शांतिनाथ भगवान की आरती || शांतिनाथ भगवान की हम आरती उतारेंगे| आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे| आरती उतारेंगे हम आरती उतारेंगे| शांतिनाथ भगवान की हम आरती उतारेंगे| हस्तिनापुर में जनम लिये हे प्रभु देव करे जयकारा हो| जन्म महोत्सव करें कल्याणक, नाचे झूमे गाये हो| ऐसे अवतारी की अब हम आरती उतारेंगे| शांतिनाथ भगवान … Read more

श्री शांतिनाथ भगवान की आरती | Shree Shantinath Bhagwan Ki Aarti

Acharya Shri Vidhya Sagar Ji Maharaj

जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी। जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी। मन वच तन से, तुमको वन्दु (२) जय अन्तरयामी प्रभु जय अन्तरयामी जय शांतिनाथ स्वामी, प्रभु जय शांतिनाथ स्वामी। गर्भ जनम जब हुआ आपका (२) तीन लोक हर्षे स्वामी तीन लोक हर्षे इन्द्र कियो अभिषेक शिखर पर (२) शिव मग के … Read more

श्री शांतिनाथजी भगवान् आरती – Shri Shantinath Ji Bhagwan ki Aarti

Dev Shastra Guru Pooja

जय जिनवर देवा प्रभु जय जिनवर देवा| शांति विधाता शिवसुख दाता शांतिनाथ देवा ||टेक|| ऐरा देवी धन्य जगत में जिस उर आन बसे| विश्वसेन कुल नभ में मानो पूनम चन्द्र लसे ||१|| || जय जिनवर देवा || कृष्ण चतुर्दशी जेठ मास की आनंद कर तारी| हथानापुर में जन्म महोत्सव ठाठ रचे भारी ||२|| || जय … Read more

आरती पंचपरमेष्ठी – Aarti Panchaparmeshthi Ki

siddha puja bhasha

इहविधि मंगल आरती कीजै, पंच परमपद भज सुख लीजै।। टेक। पहली आरती श्री जिनराजा, भवदधि पार उतार जिहाजा।। इहविधि मंगल आरती कीजै, पंच परमपद भज सुख लीजै।। दूसरी आरती सिद्धन केरी, सुमरन करत मिटै भव फेरी।। इहविधि मंगल आरती कीजै, पंच परमपद भज सुख लीजै।। तीसरी आरती सूरि मुनिन्दा, जनम-मरण दुख दूर करिन्दा।। इहविधि मंगल … Read more

चौबीसों भगवान की आरती – Chaubeeson Bhagwan ki Aarti

Gomtesh bahubali

करहूं आरती आज जिनेश्वर तुम्हरे द्वारे; कर दो भव से पार लगा दो नैया किनारे, ऋषभ अजित सम्भव जिन स्वामी; अभिनन्दन भगवान लगा दो नैया किनारे, सुमति पद्म सुपार्श्व जिन स्वामी; चन्दाप्रभु भगवान, लगा दो नैया किनारे, पुष्प श्रेय शीतल जिन स्वामी; वासुपूज्य भगवान, लगा दो नैया किनारे, विमल अनन्त धर्म जिन स्वामी; शान्तिनाथ भगवान, … Read more

भगवान आदिनाथ की आरती – Bhagwan Aadinath ki Aarti

Siddhapuja hirachand

ओम् जय आदिनाथ देवा, स्वामी आदिनाथ देवा। सुर नर किन्नर ऋषिगण, करते तब सेवा।। ओम् जय० नगर अयोध्या जन्म लिया प्रभु, वैभव था भारी। नाभिराय पितु माँ मरु देवी, तुम भव दुख हारी।। ओम् जय० धनुष पांच सौ काय आपकी, स्वर्ण वर्णधारी। प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव तुम हो जग अघहारी।। ओम् जय० वीतराग निर्ग्रथ भये तुम, … Read more