Uttam Tyag dharma

आध्यात्मिक दृष्टि से आत्मशुद्धि के उद्देश्य से विकार भाव छोड़ना
राग द्वेष क्रोध मान आदि विकार भावों का आत्मा से छूट जाना ही त्याग है।

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