प्रथमं मंगलम मंत्र नवकार, इसके जपने से होता है भव पार…Jain Bhajan
तर्ज – भर दो झोली मेंरी… प्रथमं मंगलम मंत्र नवकार, इसके जपने से होता है भव पार। पांच पदों के पैतीस अक्षर, भव-भव के काँटे चक्कर … इसमें गर्भित है सारा आगमसर, इसके जपने से होता है भव पार। प्रथमं मंगलम मंत्र नवकार, इसके जपने से होता है भव पार। अरिहंत सिद्ध आचार्य उपाध्याय, … Read more